Friday 4 August 2017

एक अधूरा ख्वाब... !!



मेरी तमन्ना इस ज़िन्दगी से जाने की है 
मेरी आरजू इस तमन्ना को पाने की है 
मगर जाने से पहले उसे देखना चाहती है ये नज़रे 
अब इन्हे कोई समझाओ की इनकी हसरते चाँद पर घराना बनाने की है 


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