Tuesday 31 July 2018

जान दिए बैठे है ....

अरे हम तो अपनी जमीन.... अपना आसमान दिए बैठे है 
तेरे कदमो में अपना सारा जहान दिए बैठे है 
तू जान की दुश्मन है... कहते है ये दुनिया वाले 
और अपनी जान के दुश्मन को हम अपनी जान दिए बैठे है 

Friday 27 July 2018

तेरा दीदार सा हूँ...

आजकल कुछ बेजार सा हूँ
आइना नहीं हु मैं... बस तेरा दीदार सा हूँ
उनकी नस्लों से कह दो के झुका नहीं हूँ मैं
बस तेरे इश्क़ मैं कुछ बीमार सा हूँ 

Monday 23 July 2018

तुम्हारे लबो पे हमने...

ये बदलती जमीन देखी है...बदलते आसमान देखे है 
तुम्हारे लबो पे हमने अपने कुछ निशान देखे है 
अरे हम तो इश्क़ में मरने की भी हसरते रखते है अब 
वरना फ़िक्र में तो तेरी कितने ही आशिक़ परेशान देखे है 

Saturday 14 July 2018

वो आशिकी का दौर...!!

वो आशिकी का दौर कभी फिर तो आया होता..!!
अपनी यादो में आपने कभी बुलाया तो होता... !!
अरे हम तो तेरे इश्क़ में मर भी जाते मोहतरमा... !! 
एक बार हसरतो से अपनी रुबरू तो कराया होता... !!



प्रोफाइल पिक्चर ...

में ये नहीं कहता की तू मुझे डेट कर 
थोड़ा सा में वेट करू थोड़ा सा तू भी वेट कर
अब तो एक ज़माना सा हो गया है तेरा दीदार करे ज़ालिम 
कम से कम फेसबुक पे प्रोफाइल पिक्चर तो अपडेट कर