ये बदलती जमीन देखी है...बदलते आसमान देखे है
तुम्हारे लबो पे हमने अपने कुछ निशान देखे है
अरे हम तो इश्क़ में मरने की भी हसरते रखते है अब
वरना फ़िक्र में तो तेरी कितने ही आशिक़ परेशान देखे है
तुम्हारे लबो पे हमने अपने कुछ निशान देखे है
अरे हम तो इश्क़ में मरने की भी हसरते रखते है अब
वरना फ़िक्र में तो तेरी कितने ही आशिक़ परेशान देखे है
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